प्रेस विज्ञप्ति (दिनांक :06/07/2024)
सृजन स्टॉर्टअप कॉन्क्लेव में शामिल हुए माननीय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन
=====================
युवा स्टार्टअप शुरू करें, सरकार करेगी पूरा सहयोग-मुख्यमंत्री
-------------------------------
नौकरी करनेवाले नहीं, नौकरी देनेवाले बनें युवा-किशोर मंत्री
-------------------------------------------
मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन आज रांचीविश्वविद्यालय परिसर के आर्यभट्ट सभागार में फेडरेशन ऑफ झारखण्ड चैंबर ऑफ कॉमर्स एण्ड इंडस्ट्रीज द्वारा आयोजित सृजन स्टार्टअप कॉन्क्लेव में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि राज्य में जो भी उद्योग हैं और जो भी नये उद्योग आनेवाले हैं, उसके प्रति सरकार की सकारात्मक सोच है। राज्य में ज्यादा से ज्यादा निवेश हो, अधिक से अधिक रोजगार के अवसर पैदा हों, हमारी सरकार उद्योगों और उद्योग स्थापित करनेवालों को पूरा सहयोग करेगी। मुख्यमंत्री ने झारखण्ड चैंबर से कहा कि झारखण्ड में कई ऐसे उद्योग हैं जो वर्षों पुराने हैं। उद्यमियों की पीढी दर पीढी यहां व्यवसाय कर रही है। ये सभी झारखण्ड के बदलते स्वरूप को देखते आ रहे हैं। वे यहां की आर्थिक सामाजिक और भौगोलिक स्थितियों से भलिभांति वाकिफ हैं। वे जितनी अच्छी तरह इस राज्य को समझ सकते हैं, दूसरे नहीं समझ सकते हैं। ऐसे में आपके साथ मिलकर राज्य का सर्वांगीण विकास करना हमारा उद्देष्य है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने स्टार्टअप पॉलिसी बनाई है। हालांकि इस राज्य में स्टार्टअप को जितना बढावा मिलना चाहिए था, उसमें थोडा पीछे है। लेकिन सरकार जल्द ही स्टार्टअप को मजबूती और बढावा देने के लिए ठोस कदम उठायेगी। स्टार्टअप के जरिए युवा रोजगार से जुडें और दूसरों को भी रोजगार दें, इस सोच के साथ सरकार आगे बढेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद देश के नीति, निर्धारकों ने इस राज्य की अहमियत को समझा था। असी का नतीजा था कि हमारे राज्य में कई बडे उद्योग स्थापित हुए। टाटा और बिडला जैसे कई उद्योग समूहों ने अपने उद्योग लगाये। इसी राज्य में कोल इंडिया की सबसे ज्यादा गतिविधियां संचालित हो रही हैं देश का पहला फर्टिलाइजर इंडस्ट्री से लेकर माइनिंग इंस्टीच्यूट एवं उद्योग जगत के जननी से मशहूर एचईसी भी हमारे राज्य में स्थापित है। लेकिन जैसे जैसे समय आगे बढता गया और परिस्थितियां कुछ ऐसी बनती गई कि यहां के कई उद्योग धंधे बंद हो गये। जिन उद्योगों का विस्तार होना था, वे सिमटते गये। इस वजह से लोग बेरोजगार भी हुए। लेकिन हमारी सरकार उद्योगों की ऐसी बुनियाद डालना चाहती है जिसका लाभ लोगों को पीढी दर पीढी मिल सके। इसमें झारखण्ड चैंबर का जो भी सुझाव होगा, उसे सकारात्मक रूप से अमल करते हुए सरकार पूरा सहयोग करेगी।
पूर्व राज्यसभा सांसद महेश पोद्दार ने चैंबर के इस आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि स्टार्टअप रोजगार सृजन के साथ ही क्रियेशन ऑफ वेल्थ का विषय है। बेरोजगारी इस देश की बडी समस्या है, कुछ लोग इसे बढती जनसंख्या का कारण मानते हैं तो कुछ लोग एैसेट भी मानते हैं। इस जनसंख्या को यदि जॉब क्रियेटर बना दिया जाय तो स्थिति बदल सकती है। एन्टरप्रिन्योर होना आसान नहीं है। एक एन्टरप्रिन्योर को कई चीजों को स्वीकार करना पडता है। सरकार प्रयास कर रही है, संभवतः आनेवाले दिनों में और भी सुधार देखने को मिलेंगे।
पूर्व वित्त मंत्री डॉ0 रामेश्वर उरांव ने राज्य में उद्यमिता को बढावा देने के चैंबर के इस प्रयास की सराहना करते हुए, युवा उद्यमियों का उत्साहवर्द्धन करते हुए कहा कि आपको अपने जीवन में निर्णय स्वयं लेने होंगे। आजादी के बाद से सरकारी नौकरी मिलती थी किंतु अब स्थिति बदल गई है। प्राइवेट सेक्टर में युवाओं के लिए असीमित अवसर हैं। उन्होंने स्टार्टअप पॉलिसी की सराहना करते हुए युवाओं से इसका लाभ उठाने की अपील की।
राज्यसभा सांसद डॉ0 महुआ माजी ने कहा कि झारखण्ड प्राकृतिक रूप से बहुत समृद्ध है, यहां रिसोर्सेस बहुत हैं, पर टेक्नोलॉजी की कमी है। हमें सबका साथ लेकर अपने राज्य को सर्वश्रेष्ठ बनाना है। राज्य में विस्थापन, पलायन, ट्रॉफिकिंग एक बडी समस्या रही है, क्योंकि यहां रोजगार का अभाव रहा है। राज्य में उद्यमिता को बढावा देने के चैंबर के प्रयास की उन्होंने प्रशंसा की और कहा कि चैंबर के इस प्रयास से प्रभावित होकर माननीय मुख्यमंत्री जी इस कार्यक्रम में शामिल हुए। सरकार का प्रयास है कि राज्य के लोगों को राज्य में ही रोजगार मिले ताकि वे राज्य को आगे बढाने में अपना भी योगदान दे सकें। उन्होंने कहा कि चैंबर का प्रयास सराहनीय है, इससे झारखण्ड के लोगों को भी फायदा होगा।
चैंबर अध्यक्ष किशोर मंत्री ने कहा कि स्टार्टअप्स आर्थिक विकास की इंजन हैं और इन्हें सफल बनाने के लिए समर्थन और संसाधनों को प्रदान करना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। इसी उद्देष्य से हमने वृहद् स्तर पर स्टार्टअप कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया है। इस आगाज की आवाज पूरे राज्य में जायेगी। युवा नौकरी करनेवाले नहीं बल्कि नौकरी देनेवाले बनें। जब तक राज्य में उद्यमिता का माहौल विकसित नहीं होगा, तब तक राज्य से पलायन और बेरोजगारी की समस्या का ठोस समाधान संभव नहीं है। उन्होंने राज्य में इस माहौल को विकसित करने में चैंबर की ओर से सरकार को हरसंभव सहयोग का भरोसा दिलाया। स्टार्टअप उप समिति के चेयरमेन अमित अग्रवाल ने नीति की सराहना करते हुए माननीय मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भी सौंपा। ज्ञापन में मुख्यतः एबीवीआईएल की समिति में चैंबर के दो प्रतिनिधियों को शामिल करने, न्यू एक्साइज बिल्डिंग मंे सेंट्रेल इनोवेशन लैब स्थापित करने, झारखण्ड में कम से कम 10 इन्क्यूबेशन सेंटर की स्थापना करने, चयनित 107 स्टार्टअप कंपनियों का पुर्नमूल्यांकन करते हुए पुनः नये पॉलिसी के अनुसार सहयोग देना शामिल है। आईटी सचिव विप्रा भाल ने चैंबर के इन सभी मांगों पर हरसंभव कार्रवाई के लिए आष्वस्त किया।
दिनभर चले इस कॉन्क्लेव के प्रथम सत्र का धन्यवाद ज्ञापन करते हुए चैंबर महासचिव परेश गट्टानी ने कहा कि राज्य में स्टार्टअप इकोसिस्टम के अनुकूल माहौल तैयार करने के उद्देष्य से हमने कॉन्क्लेव के रूप में यह प्रयास किया है। हमारा प्रयास होगा कि राज्य की स्टार्टअप नीति से राज्य में उद्यमिता के एक नये अध्याय की शुरूआत की जाय। सत्र की समाप्ति के उपरांत कार्यक्रम का विधिवत् रूप से धन्यवाद ज्ञापन चैंबर उपाध्यक्ष आदित्य मल्होत्रा ने किया। कॉन्क्लेव में देश के अलग-अलग शहरों से निवेशक, स्टार्टअप्स कंपनियों के सफल फाउंडर, प्रदेश के उभरते हुए स्टार्टअप्स, इन्क्यूबेटर्स शामिल हुए। एचडीएफसी बैंक ने र्स्टाटअप कंपनियों को बैंक की तरफ से हरसंभव सहयोग का भरोसा दिलाया। कॉन्क्लेव में पैनल स्पीकर्स के तौर पर उपस्थित झारखण्ड एंजेल्स के फाउंडर प्रभास निर्भय, ओसम डेयरी के को फाउंडर अभिवन शाह, कैशरीच के सौगाता बासु, क्रिब के सनी गर्ग, क्रॉपिन के कुणाल प्रसाद ने भी युवा उद्यमियों को प्रोत्साहित किया। कॉन्क्लेव के अंतिम सत्र में आठ स्टार्टअप कंपनियों के बीच पीच डेस्क का भी आयोजन किया गया जिनमें दो कंपनियों को इन्वेस्टमेंट कंफर्म करने का आष्वासन मिला। इनमें से तीन बेस्ट कंपनियों को अवॉर्ड भी दिया गया। पैनल स्पीकर्स और इन्वेस्टर की तरफ से चयनित कंपिनयों को कुल 40 लाख रू0 इन्वेस्टमेट कंफर्म करने का आष्वासन दिया गया।
कॉन्क्लेव में राज्यसभा सांसद महुआ माजी, पूर्व मंत्री डॉ0 रामेश्वर उरांव, पूर्व राज्यसभा सांसद महेश पोद्दार, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव अविनाश कुमार, आईटी सचिव विप्रा भाल, चैंबर अध्यक्ष किशोर मंत्री, उपाध्यक्ष आदित्य मल्होत्रा, राहुल साबू, महासचिव परेश गट्टानी, सह सचिव शैलेष अग्रवाल, अमित शर्मा, कोषाध्यक्ष ज्योति कुमारी, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष अमित साहू, कार्यकारिणी सदस्य विमल फोगला, प्रवीण लोहिया, साहित्य पवन, रोहित अग्रवाल, सुनिल सरावगी, रोहित पोद्दार, राम बांगड, डॉ अभिषेक रामाधीन, पूर्व अध्यक्ष अर्जुन जालान, विनय अग्रवाल, कुणाल अजमानी, सदस्य दीपक अग्रवाल, रमेश साहू, आनंद कोठारी के अलावा सैकडों की संख्या में युवा उद्यमी एवं विभिन्न कॉलेज के स्टार्टअप सेल के विद्यार्थी उपस्थित थे। कॉन्क्लेव को सफल बनाने में स्टार्टअप कमिटी के मनीष पियूष, आदित्य कुमार, शषांक मोदी, प्रखर मिनोचा, अभिषेक प्रसाद, रितू राज, तनुश्री, श्रेयासिंह राजपूत का मुख्य योगदान रहा।
-
परेश गट्टानी विकास विजयवर्गीय
महासचिव प्रवक्ता
Copyright © 2021-2024 FJCCI