प्रेस विज्ञप्ति (दिनांक:18/04/2024)*
शहर की यातायात व्यवस्था पर चैंबर ने पत्राचार किया
============================
रांची शहर की यातायात व्यवस्था पर चिंता जताते हुए झारखण्ड चैंबर ऑफ कॉमर्स ने यातायात पुलिस अधीक्षक को पत्राचार कर शहर में जाम लगने के कारणों से अवगत कराते हुए कार्रवाई की मांग की। चैंबर ने सुझाया कि सभी चौक चौराहों पर 50 मीटर की परिधि में ऑटो, ई-रिक्शाखड़ा करने पर सख्ती से रोक लगाई जाय। इसी प्रकार ट्रैफिक सिग्नलों का ऑडिट करने, शहर के सभी क्षेत्रों में यातायात संबंधी निर्देषों के लिए सूचना बोर्ड का अधिष्ठापन कराने, चौराहों पर लेफ्ट टर्न को फ्री रखने के लिए साइनेज बोर्ड लगाने, नो इंट्री वाले जगहों पर बोर्ड अधिष्ठापित कराने, वाहनों की गति सीमा में संशोधन करने और समूचे क्षेत्रों में जहां भी सडकों पर अतिक्रमण कर व्यवसायिक गतिविधि की जा रही है, उन्हें अतिक्रमणमुक्त कराने की बात कही गई।
ट्रॉफिक उप समिति के चेयरमेन मुकेश पांडे ने बताया कि अरगोडा चौक, होटल रैडिशन ब्लू, नागाबाबा खटाल, अल्बर्ट एक्का चौक, संत जेवियर कॉलेज के पास, कोकर चौक से बूटी मोड रोड, कांटाटोली चौक के दोनों ओर, रांची रेलवे स्टेशन के पास, हिनू चौक, चडरी चौक से जेल रोड तक, अवैध रूप से ऑटो और ई-रिक्शा स्टैंड बन गया है, जिस कारण इन सडकों पर सदैव जाम की स्थिति बनी रहती है। रातू रोड से हरमू रोड तक तथा खादगड़ा बाजार में सडक पर फूटपाथ दुकानदारों और वाहनों का अवैध कब्जा है। ईस्ट जेल रोड में सड़क के दोनों ओर वाहनों की अवैध पार्किंग, न्यूक्लियस मॉल से लालपुर चौक तक सडक पर फूटपाथ दुकान एवं अवैध पार्किंग का कब्जा, खेलगांव चौक से बूटी मोड तक सडकों पर अवैध पार्किंग, लालपुर चौक से कोकर चौक तक सब्जी, फल दुकान और अवैध ऑटो स्टैंड का कब्जा, कांटाटोली चौक से नामकोम रोड में पेट्रोल पंप के पास तक अवैध रूप से बस स्टैंड के कारण भी जाम की स्थिति बनी रहती है।
चैंबर अध्यक्ष किशोर मंत्री ने कहा कि मेन रोड की विभिन्न गलियों जैसे ओसीसी कंपाउंड, एसएन गांगुली रोड, श्री विष्णु गली और लालजी हिरजी रोड में ठेले-खोमचों और ई-रिक्शा के कारण जाम की स्थिति बनी रहती है। प्रायः यह देखा जाता है कि नगर निगम व यातायात पुलिस द्वारा मेन रोड में अतिक्रमण अभियान चलाने के दौरान ठेले-खोमचेवाले इससे सटे क्षेत्र की गलियों में प्रवेश कर जाते हैं जिस कारण इन क्षेत्र के मुहाने पर जाम की स्थिति बन जाती है। राजधानी की यातायात व्यवस्था में सुधार चुनौती बनती जा रही है, जिसके समाधान के लिए ट्रॉफिक को-ऑर्डिनेशन कमिटी की नियमित बैठकों का आयोजन जरुरी है। शहर में जाम की स्थिति के कारण हमारे शहर की छवि पर नकारात्मक असर तो पडता ही है, इससे व्यापार भी प्रभावित हो रहा है, जिसपर गंभीर कार्रवाई की आवश्यकता है।
महासचिव परेश गट्टानी ने कहा कि ट्रॉफिक शहर की लाईफलाइन है, इसमें सुधार जरूरी है। ट्रॉफिक सिग्नल की वर्तमान व्यवस्था ऐसी है कि ग्रीन सिग्नल पर वाहनों के आगे बढने और चौराहे पर जाम लगने से वाहनों का चालान कट जाता है। आवश्यक है कि ट्रॉफिक लाइटों की समीक्षा की जाय और चौराहों को जाममुक्त बनाया जाय।
-
परेश गट्टानी विकास विजयवर्गीय
महासचिव प्रवक्ता
Copyright © 2021-2024 FJCCI